परिचय
रसोई घर परिवार की ऊर्जा, पोषण और समृद्धि का केंद्र मानी जाती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार किचन का रंग और दिशा दोनों घर की खुशहाली और स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। नीचे दिए गए 15 प्रश्नों के उत्तर स्पष्ट, सीधे और प्रैक्टिकल हैं — ताकि आप इन्हें अपनी वेबसाइट पर सीधे उपयोग कर सकें और वास्तु के अनुरूप सही चुनाव कर सकें।
कैटेगरी: FAQs
लेखक: प्रदीप सारण
YouTube Video: घर के किचन ओर बेडरूम का रंग कैसा होना चाहिए?
“वास्तु के अनुसार किचन का कलर कैसा होना चाहिए?”15 FAQs
1. वास्तु के अनुसार किचन का कलर कैसा होना चाहिए?
वास्तु के अनुसार किचन के लिए हल्के, उजले और गर्म टोन जैसे क्रीम, हल्का पीला, दूधिया नारंगी या हल्का हरा सबसे उपयुक्त होते हैं। ये रंग सकारात्मक ऊर्जा और ताज़गी लाते हैं। गहरे नीले, काले या भारी ग्रे से बचें क्योंकि वे अग्नि तत्व के साथ असंतुलन कर सकते हैं। दिशा के अनुसार छोटे-छोटे बदलाव लाभदायक होते हैं।
2. किचन की दीवार का रंग वास्तु के हिसाब से क्या रखें?
दीवारों के लिए क्रीम, ऑफ-व्हाइट, हल्का पीला या हल्का हरा चुनें — ये स्वच्छ और उत्साहवर्धक होते हैं। वॉशेबल पेंट और फफूंद-रोधी फिनिश लें ताकि रखरखाव आसान रहे। बैकस्प्लैश में हल्का एक्सेंट जोड़ें ताकि सुंदरता और कार्यक्षमता दोनों बनी रहें। बहुत गहरे शेड से बचें; वे माहौल भारी कर सकते हैं।
3. वास्तु के अनुसार किचन कैबिनेट (Kitchen Cabinet) के लिए सबसे अच्छा रंग कौन सा है?

किचन कैबिनेट के लिए प्राकृतिक वुड-टोन, हल्का ब्राउन, बेज या ऑफ-व्हाइट सर्वोत्तम माने जाते हैं। ये स्थिरता और गर्माहट दर्शाते हैं। बहुत गहरे काले या ठंडे शेड से बचें। दीवारों के साथ संतुलन बनाकर हल्का कंट्रास्ट रखें ताकि किचन खुला और आकर्षक दिखे। वॉटर-रेजिस्टेंट फिनिश चुनना महत्वपूर्ण है।
4. किचन के स्लैब (Countertop) का रंग वास्तु के अनुसार क्या होना चाहिए?
स्लैब के लिए हल्का ग्रे, बेज, मध्यम ब्राउन या नरम हरा अच्छे विकल्प हैं; ये धरती तत्व के अनुरूप स्थिरता देते हैं। पैटर्न वाले स्लैब स्टेन्स छुपाने में मदद करते हैं और उपयोग में सुविधाजनक होते हैं। यदि किचन दक्षिण-पूर्व (अग्नि) में है, तो थोड़े गर्म शेड भी ठीक हैं। पूर्ण रूप से काले स्लैब से बचना बेहतर रहता है।
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5. क्या काले रंग का किचन वास्तु सम्मत होता है?
आम तौर पर काला रंग किचन में वास्तु अनुसार अनुशंसित नहीं है क्योंकि यह ऊर्जा को सोख सकता है और अग्नि तत्व के साथ टकरा सकता है। अगर काला जरूर उपयोग करना हो तो उसे छोटे एक्सेंट—जैसे हैंडल या छोटे उपकरण—तक सीमित रखें और मुख्य रंग हल्का रखें ताकि संतुलन बना रहे। पूरे काले किचन से बचें।
6. किचन में लाल रंग का उपयोग करना चाहिए या नहीं, वास्तु क्या कहता है?
लाल रंग अग्नि का प्रतीक है, इसलिए सीमित और बुद्धिमानी से प्रयोग करें। दक्षिण-पूर्व दिशा में यह मध्यम रूप से शुभ हो सकता है, पर पूरा किचन लाल कर देना ऊर्जा अत्यधिक कर सकता है। रेड को एक्सेंट कलर के रूप में—टाइल, कप, या छोटे डेकोर—में ही रखें ताकि गर्माहट बनी रहे पर असंतुलन न हो।
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7. किस रंग के किचन से घर में सुख-समृद्धि आती है?

वास्तु के अनुसार हल्का पीला, क्रीम, हल्का नारंगी और हल्का हरा ऐसे रंग हैं जो सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाते हैं, क्योंकि ये सूर्य और प्रकृति से जुड़े होते हैं। साथ में किचन की सफाई, वेंटिलेशन और उपयोग-प्रणाली का अच्छा प्रबंधन भी अतिरिक्त समृद्धि लाता है—रंग अकेले निर्णायक नहीं होता, कुल संतुलन जरूरी है।
8. किचन में कौन से रंग बिल्कुल इस्तेमाल नहीं करने चाहिए?
काले, गहरे नीले, बहुत गहरे भूरे और अत्यधिक गहरे ग्रे टोन से बचना चाहिए क्योंकि ये जल/अंधकार तत्व से जुड़े हैं और अग्नि तत्व के साथ विरोध कर सकते हैं। नीयन और अत्यधिक चकाचौंध वाले रंग भी अयोग्य होते हैं। ऐसे शेड्स किचन का माहौल भारी और असंतुलित बना देते हैं।
9. किचन किस दिशा में है, इस पर रंग का चुनाव कैसे निर्भर करता है?
दिशा के अनुसार रंग चुने: दक्षिण-पूर्व (अग्नि)—लाल/नारंगी/पीला; दक्षिण-पश्चिम—मिट्टी-टोन; पूर्व—हल्का हरा/पीला; उत्तर-पश्चिम—सफेद/हल्का ग्रे; उत्तर-पूर्व—किचन अनुशंसित नहीं पर हल्का क्रीम ठीक। दिशा तय करती है कि किस तत्व को संतुलित करना है, इसलिए रंग का चुनाव दिशा के अनुरूप करें।
10. सफेद रंग का किचन वास्तु के अनुसार कैसा होता है?
सफेद पवित्रता, स्वच्छता और प्रकाश का संकेत है और वास्तु में उत्तर-पश्चिम दिशा के लिए उपयुक्त माना जाता है। यह छोटे किचन को बड़ा और साफ दिखाता है। परन्तु पूरा सफेद ठंडा महसूस करवा सकता है—इसीलिए वुड-टोन या हल्के पीले एक्सेंट से थोड़ी गर्माहट जोड़ें।
11. छोटे किचन के लिए वास्तु के अनुसार कौन से रंग सबसे अच्छे हैं?

छोटे किचन के लिए हल्के और उजले रंग—सफेद, क्रीम, हल्का पीला या मिंट-हरा—सबसे उपयुक्त हैं, क्योंकि ये जगह को बड़ी और खुली दिखाते हैं। ग्लॉसी बैकस्प्लैश या रिफ्लेक्टिव सतहें प्रकाश बढ़ाती हैं और विजुअल स्पेस बढ़ाते हैं। गहरे शेड छोटे स्पेस को घेरते हैं, इसलिए उनसे बचें।
12. किचन में फर्श (Flooring) के लिए वास्तु सम्मत رنگ क्या है?
फर्श के लिए हल्का भूरा, बेज, ऑफ-व्हाइट या हल्का ग्रे वास्तु अनुसार अच्छा माना जाता है; ये स्थिरता और साफ-सफाई दिखाते हैं। सामग्री को नॉन-स्लिप और टिकाऊ रखें—सिरेमिक, पोर्सलेन या व्हियर-रेजिस्टेंट फ्लोरिंग बेहतर है। बहुत गहरा फर्श किचन को भारी दिखा सकता है और साफ रखने में कठिनाई ला सकता है।
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13. उत्तर-पूर्व (North-East) दिशा में बने किचन के लिए कौन सा रंग उपयुक्त है?
उत्तर-पूर्व दिशा में किचन वास्तु अनुसार आदर्श नहीं होता; पर यदि वहाँ किचन है तो हल्का क्रीम, पेस्टल पीला या ऑफ-व्हाइट सबसे बेहतर विकल्प हैं। ये रंग ऊर्जा को हल्का रखते हैं और विरोध कम करते हैं। आग-सम्बन्धी उपकरण उत्तर-पूर्व में न रखें और अच्छे वेंटिलेशन व सफाई पर खास ध्यान दें।
14. किचन में हल्के और गहरे रंगों का संतुलन कैसे बनाना चाहिए?
संतुलन के लिए लगभग 60:40 नियम अपनाएँ—६०% हल्के टोन (दीवार, छत) और ४०% गहरे/समृद्ध शेड (कैबिनेट, स्लैब)। हल्का बैकग्राउंड जगह को खोलता है और गहरे एक्सेंट गहराई देते हैं। एक्सेंट कलर्स सीमित रखें; सामग्रियों का सामंजस्य और बनावट भी ऊर्जा संतुलित रखने में मदद करती है।
15. रसोई में पर्दे या अन्य सजावट के लिए वास्तु के अनुसार कौन से रंग चुनें?

पर्दों और डेकोर के लिए हल्का नारंगी, हल्का पीला, क्रीम या सॉफ्ट ग्रीन अच्छे होते हैं—ये ऊर्जा और गर्माहट लाते हैं। कपड़े वॉशेबल और तेल-प्रतिरोधी होने चाहिए। छोटे पैटर्न या सॉलिड शेड रखें; भारी और गहरे रंगों के पर्दे से बचें क्योंकि वे किचन को ठंडा और भारी बना सकते हैं।
निष्कर्ष
वास्तु के अनुसार किचन के रंग चुनते समय हल्के, गर्म और अर्थ-टोन प्राथमिकता दें—क्रीम, हल्का पीला, हल्का हरा और हल्का ब्राउन सबसे अनुकूल हैं। दिशा, अग्नि तत्व का संतुलन, स्वच्छता और वेंटिलेशन भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं। गहरे काले/नीले शेड से बचें और रंगों को संतुलित रखकर ही किसी भी अंतिम निर्णय पर पहुँचें ताकि घर में सुख, स्वास्थ्य और समृद्धि बनी रहे।


