किचन घर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जहां से घर की ऊर्जा और स्वास्थ्य दोनों प्रभावित होते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, किचन में हर चीज की दिशा बहुत मायने रखती है — चाहे वह गैस स्टोव हो, फ्रिज हो या सिंक। खासतौर पर किचन में सिंक की दिशा अगर सही रखी जाए तो घर में समृद्धि और सकारात्मकता बनी रहती है।
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे — किचन में सिंक किस दिशा में होना चाहिए और इसके साथ जुड़े 15 सामान्य प्रश्नों के आसान व स्पष्ट उत्तर।
कैटेगरी: FAQs
लेखक: प्रदीप सारण
YouTube Video: किचन में सिंक, पानी का नल इस दिशा में होना चाहिए
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Kitchen me sink kis disha me hona chahiye 15 FAQs
1. वास्तु के अनुसार रसोईघर में पानी का सिंक लगाने की सबसे अच्छी दिशा कौन सी है?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, रसोईघर में पानी का सिंक उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) में लगाना सबसे शुभ माना जाता है। यह दिशा जल तत्व की है और यहां सिंक रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती है। साथ ही, यह परिवार के सदस्यों में शांति और मानसिक संतुलन बनाए रखता है।
2. क्या सिंक को किचन के उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) में रखना शुभ होता है?
जी हां, ईशान कोण में सिंक रखना अत्यंत शुभ है। क्योंकि यह दिशा भगवान शिव की मानी जाती है और जल तत्व का प्रतिनिधित्व करती है। यहां पानी का प्रवाह स्वाभाविक रूप से सही रहता है, जिससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सौभाग्य बढ़ता है।
3. सिंक और गैस स्टोव (चूल्हे) के बीच कितनी दूरी होनी चाहिए?

सिंक और गैस स्टोव के बीच कम से कम 2 से 3 फीट की दूरी होनी चाहिए। वास्तु के अनुसार, पानी (जल तत्व) और आग (अग्नि तत्व) एक-दूसरे के विपरीत माने जाते हैं। दोनों का बहुत पास होना घर में असंतुलन और विवादों का कारण बन सकता है।
4. क्या किचन सिंक को दक्षिण या दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना अशुभ माना जाता है?
हां, दक्षिण और दक्षिण-पूर्व दिशा अग्नि तत्व की होती है। इस दिशा में सिंक लगाना वास्तु दोष पैदा कर सकता है क्योंकि जल और अग्नि का मेल शुभ नहीं होता। इससे पारिवारिक कलह और आर्थिक रुकावटें बढ़ सकती हैं।
5. सिंक को दीवार के सामने रखना बेहतर है या खिड़की के नीचे?
खिड़की के नीचे सिंक लगाना ज्यादा अच्छा माना जाता है। इससे हवा और रोशनी दोनों का संतुलन बना रहता है और सिंक क्षेत्र में ताजगी रहती है। दीवार के सामने सिंक लगाने से जगह भरी हुई लग सकती है और नमी की समस्या बढ़ सकती है।
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6. क्या सिंक को किचन के मुख्य द्वार के ठीक सामने लगाना चाहिए?
नहीं, किचन सिंक को कभी भी मुख्य द्वार के ठीक सामने नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा बाहर चली जाती है और वास्तु दोष उत्पन्न होता है। इसे थोड़ी साइड या कोने की दिशा में रखना बेहतर होता है।
7. किचन में सिंक के लिए सबसे खराब या अशुभ दिशा कौन सी है?

वास्तु के अनुसार, किचन में सिंक की सबसे खराब दिशा दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम होती है। ये दिशाएं अग्नि और पृथ्वी तत्व से जुड़ी हैं, जबकि सिंक जल तत्व से संबंधित है। इन दिशाओं में सिंक लगाने से घर में अस्थिरता और तनाव बढ़ सकता है।
8. क्या सिंक और फ्रिज (रेफ्रिजरेटर) को एक-दूसरे के बगल में रखना सही है?
नहीं, सिंक और फ्रिज को एक-दूसरे के बिल्कुल बगल में नहीं रखना चाहिए। दोनों में तापमान का विरोधाभास रहता है — सिंक में ठंडा पानी और फ्रिज में ठंडी ऊर्जा, जिससे वास्तु संतुलन बिगड़ सकता है। इनके बीच कम से कम 1 फुट की दूरी रखें।
9. छोटे किचन में सिंक की दिशा तय करने के लिए वास्तु नियम क्या हैं?
अगर किचन छोटा है, तो सिंक को उत्तर-पूर्व या उत्तर दिशा की ओर रखें। कोशिश करें कि सिंक स्टोव के पास न हो और जल निकासी पूर्व या उत्तर की ओर हो। इससे सीमित स्थान में भी वास्तु का सही संतुलन बना रहेगा।
10. यदि सिंक को वास्तु के विपरीत दिशा में रखा गया है, तो उसके लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
अगर सिंक गलत दिशा में है, तो वास्तु दोष कम करने के लिए बीच में स्टील या पीतल की प्लेट रखें। इसके अलावा, सिंक के पास हरे पौधे जैसे तुलसी या मनी प्लांट लगाने से नकारात्मक ऊर्जा कम होती है। साथ ही, किचन हमेशा साफ रखें।
11. सिंक का नल (टैप) किस दिशा में होना चाहिए?
सिंक का नल उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा की ओर खुलना चाहिए। इससे जल प्रवाह शुभ दिशा में जाता है और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। पश्चिम या दक्षिण दिशा में खुलने वाला नल ऊर्जा के प्रवाह को बाधित कर सकता है।
12. क्या सिंक को प्लेटफॉर्म के कोने (कॉर्नर) में लगाना वास्तु के हिसाब से ठीक है?

यदि जगह की कमी है, तो सिंक को उत्तर-पूर्व के कोने में लगाया जा सकता है, लेकिन दक्षिण-पश्चिम कोने से बचना चाहिए। कॉर्नर सिंक तभी ठीक है जब वहां रोशनी और वेंटिलेशन पर्याप्त हो।
13. सिंक को रखते समय पानी (जल तत्व) और अग्नि (अग्नि तत्व) के संतुलन का क्या महत्व है?
किचन में जल और अग्नि तत्व का संतुलन जीवन में स्थिरता लाता है। अगर सिंक (जल तत्व) और गैस (अग्नि तत्व) पास-पास हैं, तो यह असंतुलन पैदा करता है, जिससे परिवार में तनाव और आर्थिक समस्याएं बढ़ती हैं। इसलिए उचित दूरी आवश्यक है।
14. सिंक के नीचे डस्टबिन या कूड़ादान रखना वास्तु की दृष्टि से सही है या नहीं?
वास्तु के अनुसार, सिंक के नीचे डस्टबिन रखा जा सकता है, लेकिन उसे हमेशा ढककर रखें। गंदगी या बदबू फैलने से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। साफ-सफाई और नियमित सफाई का ध्यान रखें तो यह दोषरहित रहता है।
15. क्या सिंक के पास पौधे रखना वास्तु के अनुसार लाभदायक है?
हां, सिंक के पास हरे पौधे रखना शुभ माना जाता है। ये पौधे नकारात्मक ऊर्जा को सोखते हैं और किचन में ताजगी लाते हैं। मनी प्लांट, तुलसी या बांस के पौधे सिंक के आस-पास रखने के लिए सबसे बेहतर विकल्प हैं।
निष्कर्ष
किचन में सिंक किस दिशा में होना चाहिए – इसका सीधा उत्तर है उत्तर-पूर्व दिशा। यह दिशा जल तत्व की है और इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा, शांति और समृद्धि बढ़ती है। बस ध्यान रखें कि सिंक और चूल्हे के बीच उचित दूरी हो, दिशा संतुलित हो, और साफ-सफाई नियमित रहे।
अगर ये नियम अपनाए जाएं, तो आपका किचन न केवल वास्तु के अनुसार होगा बल्कि सौभाग्य और ऊर्जा से भरपूर भी रहेगा।


